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छत्तीसगढ़ के जिलों के निर्माता

छत्तीसगढ़ के जिलों के निर्माता

Creator of Districts of Chhattisgarh
 ऽ छत्तीसगढ़ में जिलों के बनने का एक लंबा इतिहास रहा है। 1857 की क्रांति के परिणाम स्वरूप ईस्ट इंडिया कंपनी से भारतीय उपनिवेश का नियंत्रण लगभग समाप्त हो गया और भारत के शासन को सीधे ब्रितानी राजशाही के नाम पर शासित किया जाने लगा। इसके साथ ही ब्रिटिश भारत में महत्वपूर्ण प्रशासनिक बदलाव किए गए। जिसमें भारत के गवर्नर जनरल के पद को हटाकर भारत के वायसराय किया गया और ब्रिटिश भारत के प्रांतों के लिए मुख्य आयुक्त का पद बनाया गया।

1861 में एडवर्ड किंग इलियट को मध्य प्रांत का चीफ कमिश्नर नियुक्त किया गया। एडवर्ड किंग इलियट ने मध्य प्रांत में महत्वपूर्ण प्रशासनिक बदलाव करते हुए 2 नवम्बर 1861 में रायपुर एवं बिलासपुर जिले की स्थापना की।

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1 जनवरी 1906 को मध्य प्रांत एवं बरार के चीफ कमिश्नर जॉन ओन्टारियो मिलर ने रायपुर एवं बिलासपुर जिले से दुर्ग जिले की स्थापना की। 

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15 अगस्त 1947 को भारत से अंग्रेजों को शासन समाप्त हो गया और छत्तीसगढ़ के 14 रियासत भारतीय संघ में शामिल हो गई। 1948 में मध्य प्रांत एवं बरार के प्रधानमंत्री पंडित रविशंकर शुक्ल के नेतृत्व में 9 रियासतों से 3 जिले सरगुजा, रायगढ़ और बस्तर का गठन किया गया। जिसमें बस्तर और कांकेर रियासत से बस्तर जिला (1 जनवरी 1948) एवं उदयपुर (धरमजयगढ़), सारंगढ़, जशपुर, रायगढ़ रियासत से रायगढ़ जिला (1 जनवरी 1948) और कोरिया, चांग बखार, सरगुजा रियासत से सरगुजा जिला (1 नवम्बर 1948) बनाया गया।

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1 नवम्बर 1956 को मध्यप्रदेश राज्य की स्थापना की गई और छत्तीसगढ़ का क्षेत्र मध्यप्रदेश का एक हिस्सा था। मध्यप्रदेश के 8वें मुख्यमंत्री प्रकाश चंद सेठी ने 26 जनवरी 1973 को दुर्ग जिले से राजनांदगांव जिले का गठन किया। 

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इसी तरह मध्यप्रदेश के 14वें मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने 1998 में छत्तीसगढ़ के इस क्षेत्र में 9 जिलों का गठन किया। जिसमें 25 मई 1998 को सरगुजा जिले से कोरिया जिला, बिलासपुर जिले से कोरबा और जांजगीर-चांपा जिला, रायगढ़ जिले से जशपुर जिला, बस्तर जिला से कांकेर और दंतेवाड़ा जिला तथा 6 जुलाई 1998 को रायपुर जिला से धमतरी और महासमुंद जिला, राजनांदगांव व बिलासपुर जिला से कवर्धा जिला अस्तित्व में आया। 

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1 नवम्बर 2000 को मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ राज्य अस्तित्व में आया। छत्तीसगढ़ के दूसरे मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने 1 मई 2007 को बस्तर जिला से नारायणपुर जिला और दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा जिला से बिजापुर जिला का गठन किया। इसी तरह मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में 1 जनवरी 2012 को छत्तीसगढ़ में 9 नए जिलों का गठन किया गया। जिसमें रायपुर जिला से बलौदाबाजार-भाठापारा और गरियाबंद जिला, बिलासपुर जिला से मुंगेली जिला, दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा जिला से सुकमा जिला, बस्तर जिला से कोण्डागांव जिला, दुर्ग जिला से बेमेतरा और बालोद जिला, सरगुजा जिला से सुरजपुर और बलरामपुर जिला अस्तित्व में आया। 

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छत्तीसगढ़ के तीसरे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में 10 फरवरी 2020 को बिलासपुर जिले से गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही छत्तीसगढ़ का 28वां जिला बना और फिर सितम्बर 2022 में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में 5 नये जिलों का गठन किया। जिसमें 2 सितम्बर 2022 को राजनांदगांव जिले से मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी जिला, 3 सितम्बर 2022 को बलौदाबाजार-भाटापारा व रायगढ़ जिला से सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला, 3 सितम्बर 2022 को राजनांदगांव जिले से खैरागढ़-छुईखदान-गण्डई जिला, 9 सितम्बर 2022 को कोरिया जिला मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिला, 9 सितम्बर 2022 को जाजंगीर-चांपा जिला से सक्ती जिला अस्तित्व में आया। 

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इस तरह वर्तमान छत्तीसगढ़ में जिलों की संख्या 33 हो गई है।